बम की तरह फट सकता है आपकी कार का टायर, गर्मियों में कहीं आप तो नहीं करते ये गलती?

वर्तमान समय में टायर फटने से होने वाली कार दुर्घटनाओं की संख्या बहुत बढ़ गई है। इसलिए अगर आपके पास कार है तो आपको उसके टायरों का ख्याल रखना जरूरी है। यदि किसी टायर में हवा कम है या पंक्चर है या कोई खराबी है तो कार नहीं चलाई जा सकती। गर्मियों में गाड़ी के टायरों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। यदि टायर अच्छी स्थिति में नहीं हैं, तो कार का टायर फट सकता है और घातक दुर्घटना हो सकती है। कार का टायर फटने से होने वाली दुर्घटनाएँ बेहद खतरनाक होती हैं। इससे कई बार कार में बैठे यात्रियों की जान भी जा सकती है।

कार का टायर फटने के क्या कारण हैं?
कार का टायर तब फट जाता है जब कार के टायर पर हवा का दबाव बहुत अधिक हो जाता है। ऐसा ही तब होता है जब टायर अंदर से सिकुड़ने लगता है और उसमें हवा नहीं भर पाती। जिससे टायर में हवा नहीं रुकती. हवा का दबाव इतना अधिक होता है कि या तो टायर से हवा लीक होने लगती है या अचानक तेज आवाज के साथ टायर फट जाता है। टायर फटने के और भी कई कारण हो सकते हैं।

क्या गर्मियों में टायर फटने की समस्या अधिक होती है?
हमारे देश में अप्रैल, मई और जून के महीनों में तापमान बहुत अधिक रहता है। इन तीन महीनों के दौरान उत्तर भारत के कई हिस्सों में पारा 45 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाता है. इस अत्यधिक गर्मी के कारण टायर फट जाता है। वैज्ञानिक कारणों से, तापमान दबाव के समानुपाती होता है। यदि तापमान बढ़ता है, तो टायर में हवा फैलती है और यह हवा टायर के रबर को कमजोर कर देती है, जिससे टायर फटने की भयावह स्थिति पैदा हो जाती है।

बचाव कैसे करें?
कार से किसी भी यात्रा पर जाने से पहले कार के टायरों की जांच कर लें। यह भी जांच लें कि कार के सभी टायरों में कितनी हवा है। टायर में हवा थोड़ी ज्यादा या कम होने से कोई खास फर्क नहीं पड़ता। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि कार का टायर फूले नहीं। अगर कार के टायरों में हवा बहुत कम है तो तुरंत टायर भरवाएं।

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